भारत रत्न लता मंगेशकर की प्रेरणादायक कहानी : lata mangeshkar biography in hindi – Best story 2023

Share this Post

लता मंगेशकर (lata mangeshkar biography in hindi ) भारत की सबसे प्रतिष्ठित पार्श्‍वगायिका हैं। उनके चाहने वाले उन्‍हें मां सरस्वती का अवतार मानते हैं। आज भारत के हर कोने में तो लता मंगेशकर को खूब सम्मान मिलता ही है इसके साथ ही विदेशों में भी उनका नाम विख्यात है।

लता मंगेशकर को भारत के सबसे सर्वोच्‍च सम्‍मान भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। इसके साथ ही उन्हें पद्म भूषण, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, पद्म विभूषण सहित कई अन्य पुरस्कार भी मिल चुके हैं।

lata mangeshkar biography in hindi

28 सितंबर 1929 के‍ दिन लता मंगेशकर का जन्म मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था। लता मंगेशकर मराठा परिवार से ताल्लुक रखती हैं। बचपन में लता मंगेशकर को हेमा नाम से बुलाया जाता था।

लता मंगेशकर के पिता का नाम पंडित दीनानाथ मंगेशकर है। वह भी एक संगीतज्ञ थे। उनकी माता का नाम शेवंती मंगेशकर है। लता मंगेशकर की मां गुजराती थीं। शेवंती दीनानाथ मंगेशकर की दूसरी पत्नी थीं। वह दीनानाथ मंगेशकर की पहली पत्नी नर्मदा की सगी बहन थीं। नर्मदा मंगेशकर के निधन के बाद दीनानाथ मंगेशकर ने शेवंती से शादी कर ली थी।

लता मंगेशकर का  करियर

साल 1942 में जब लता महज 13 साल की थीं, पिता की मृत्‍यु के बाद परिवार की पूरी जिम्‍मेदारी उनपर आ गई। नवयुग चित्रपट मूवी कंपनी के मालिक और मंगेशकर परिवार में काफी अच्‍छे संबंध थे। इन्‍हीं लोगों ने लता को उनका करियर अभिनय और गायिका के रूप में स्‍थापित करने में मदद की थी।

वैसे तो लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को अभिनय में कोई खास रूचि नहीं थी, लेकिन मजबूरियों के कारण उन्‍होंने कुछ हिंदी और मराठी फिल्‍मों में अभिनय भी किया। साल 1942 में मंगला गौर, 1943 में माझे बाल, 1944 में गजभाऊ, 1945 में बड़ी मां, 1946 में जीवन यात्रा जैसी कई फिल्‍मों में लता मंगेशकर ने छोटे-मोटे किरदार निभाए थे।

लता मंगेशकर का पहला गाना 

साल 1942 में लता मंगेशकर ने अपना पहला गाना मराठी फिल्‍म ‘कीती हसाल’ के लिए गाया था। इस गाने के लिए उन्हें 25 रूपये मिले थे। 

1949 में मिली पहचान

बचपन से ही गायिका बनने का सपना देखने वाली लता मंगेशकर को 1949 में आई फिल्म महल का गाना “आएगा आनेवाला” से पहचान मिली। एक पार्श्‍वगायिका के रूप में उनका पहला गाना 1942 में आया था। इसके बाद साल 1947 में बसंत जोगलेकर ने अपनी फिल्म ‘आपकी सेवा में’ लता मंगेशकर को गाने का मौका दिया, जिसके बाद उनकी आवाज़ को खूब सराहना मिली।

उन्होंने साल 1949 में आई फिल्म ‘महल’ के गाने ‘आएगा आनेवाला’ से खूब नाम कमाया। यह गाना अभिनेत्री मधुबाला पर फिल्माया गया था। बड़े पर्दे पर यह फिल्म हिट साबित हुई थी।

लता मंगेशकर ने प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू सहित मेहमानों को प्रतिष्ठित देशभक्ति गीत “ऐ मेरे वतन के लोगों” गाया। जिसमे उस समय के तात्कालिक प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु इस गाना को सुनकर आँख से आंसू निकल गए थे 

लता मंगेशकर जी पर लिखी पुस्तक

  • Lata Mangeshkar…Apne Khud Ke Shabdon Mein – Click Here
  • Lata Mangeshkar: … in her own voice — Click here
  • Lata Mangeshkar: A Life in Music — Click here
  •  Lata Mangeshkar Special Edition Magazine — Click here

अब तक गाए 35 भाषाओँ में 30 हज़ार से भी ज्यादा गाने

लता मंगेशकर 35 भाषाओं में गाना गाने वाली पहली भारतीय महिला गायिका हैं। लता मंगेशकर ने अब तक 30 हज़ार से भी ज्यादा गाने गाये हैं। लता को बचपन से ही गाने का शौक था और वह महज पांच साल की उम्र से ही संगीत में बेहद रूचि रखती थीं।

लता दीदी  को मिला माँ सरस्वती का दर्जा

देश में लता मंगेशकर को उनके चाहने वालों ने सरस्वती माँ का दर्जा दिया हुआ है। हर गायक लता को माँ सरस्वती का रूप मानता है। अभिनेता राज कपूर  लता के बहुत बड़े फैन थे। उन्हें लता का गाना इतना पसंद था कि

वह अपनी हर फिल्म में लता का गाना चाहते थे। वह लता के गाने से इतना प्रभावित थे कि उन्होंने ही पहली बार लता मंगेशकर को माँ सरस्वती का दर्जा दिया था। इसके बाद सभी उन्हें माँ सरस्वती का रूप मानने लगे।

भारत सरकार से मिले उन्हें ये अवॉर्ड्स

साल 1969 में लता जी को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. साल 1989 में उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. साल 1999 में लता जी को पद्म विभूषण दिया गया था जिसके बाद साल 2001 में उन्हें भारत रत्न से नवाजा गया और साल 2008 में उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया था.

लता जी को मिले थे 3 नेशनल अवॉर्ड

साल 1972 में फिल्म परिचय के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिया गया था. साल 1974 में फिल्म कोरा कागज के लिए उन्हें सम्मानित किया गया था जिसके बाद साल 1990 में फिल्म लेकिन के लिए उन्हें अवॉर्ड दिया गया था.

7 बार मिला फिल्मफेयर अवॉर्ड

लता जी को साल 1959 में आज रे परदेसी के लिए दिया गया था फिल्मफेयर अवॉर्ड. फिर 1963 में उन्हें कहीं दीप जले कही दिल क लिए अवॉर्ड से नवाजा गया था. साल 1966 में तुम्ही मेरे मंदिर तुम्ही मेरी पूजा के लिए सम्मानित किया गया था. साल 1970 में आप मुझे अच्छे लगने लगे के लिए अवॉर्ड दिया गया.

साल 1993 में लता जी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया. साल 1994 में दीदी तेरा देवर दीवान के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड दिया गया. साल 2004 में उन्हें फिल्मफेयर स्पेशल अवॉर्ड से नवाजा गया. 

बता दें, लता जी का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल है. दुनिया में सबसे ज्यादा गाना गाने के लिए उनका नाम शामिल किया गया था.

संगीत नाटक अकादमी (1989), इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़, और कोल्हापुर में शिवाजी विश्वविद्यालय ने उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया है।

भारत की महान गायिका लता मंगेशकर का रविवार को 92 वर्ष की आयु में दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। कोविड-19 का पता चलने के बाद वह लगभग 28 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहीं। रविवार, 6 फरवरी, 2022 को सुबह 8:12 बजे प्रतिष्ठित गायक का निधन हो गया।


Share this Post

मैं इस वेबसाइट पर सफलता की कहानी, महान व्यक्ति की जीवनी , ऑनलाइन पैसे बनाएं , शेयर मार्केट कैसे सीखे और शेयर market में काम करें , तथ्य,  प्रेरणा दायक  सुविचार ,  E-Book से ज्ञान  . आदि के सम्बंधित आर्टिकल लिखता हूं। इस वेबसाइट को विशेष रूप से लोगों की मदद करने के लिए ही बनाया गया है। इस वेबसाइट की शुरुआत मैंने 2022 में की थी। और आज यह भारत की Top हिंदी Websites में शामिल है।

Exit mobile version